गेट आउट अभियान की शुरुआत
इस अवसर पर “गेट आउट” नामक एक हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया गया, जिसका उद्देश्य तमिलनाडु में DMK और BJP को सत्ता से हटाना है।
- विजय ने खुद इस अभियान की पहली याचिका पर हस्ताक्षर किए।
- पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं, जैसे आनंद और अधव अर्जुन ने भी इसमें हिस्सा लिया।
- TVK का दावा है कि यह अभियान राजनीति में बढ़ रही गंदी चालों के खिलाफ जनता का समर्थन जुटाने के लिए चलाया जा रहा है।
- नई शिक्षा नीति और तीन-भाषा नीति की भी पार्टी ने आलोचना की, क्योंकि ये तमिलनाडु में विवाद का विषय रहे हैं।
- हालांकि, प्रशांत किशोर ने इस अभियान पर हस्ताक्षर करने से परहेज किया।
तमिल सिनेमा से राजनीति तक का सफर
तमिल सिनेमा के कई सितारे राजनीति में आए, लेकिन सफलता हर किसी को नहीं मिली।
- एमजी रामचंद्रन (MGR) और जयललिता ने राजनीति में बड़ी सफलता पाई।
- लेकिन शिवाजी गणेशन, विजयकांत और कमल हासन को स्थायी राजनीतिक सफलता नहीं मिल पाई।
- रजनीकांत ने तो चुनाव लड़ने से पहले ही राजनीति छोड़ दी थी।
अब विजय के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं।
विजय की रणनीति और संभावित गठबंधन
विजय ने DMK सरकार की शासन, कानून व्यवस्था और वंशवाद की राजनीति को लेकर तीखी आलोचना की है।
- BJP पर भी उन्होंने “एक राष्ट्र, एक चुनाव” नीति को लेकर निशाना साधा।
- लेकिन AIADMK पर उनकी चुप्पी से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि भविष्य में TVK और AIADMK के बीच गठबंधन संभव हो सकता है।
इस कार्यक्रम से साफ हो गया कि TVK 2026 के चुनावों की तैयारी में पूरी तरह जुट गई है, और प्रशांत किशोर की रणनीति के साथ यह पार्टी तमिलनाडु की राजनीति में बड़ा बदलाव लाने का प्रयास कर रही है।