कैसे हुआ घोटाला?
- खरीदार अभिनव पाराशरी, जो एमके एग्रोनॉमी एलएलपी में कार्यरत हैं, ने बिथरी चैनपुर के टाह ताजपुर में गाटा संख्या 169 की जमीन खरीदने का सौदा किया।
- सौदा 10 जुलाई 2024 को हुआ और 12 जुलाई 2024 को विक्रेताओं ममता देवी, शिशुपाल और कपिल देवी को 2-2 लाख रुपये बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए।
- जब बैनामा कराने का समय आया, तो विक्रेताओं ने टालमटोल शुरू कर दिया।
- कुछ महीनों बाद अभिनव को पता चला कि 11 जनवरी 2025 को वही जमीन इंटरनेशनल स्कूल के मालिक को बेच दी गई।
धमकी और पुलिस शिकायत
जब अभिनव ने अपनी रकम वापस मांगी, तो आरोपियों ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया और धमकी दी।
इसके बाद, उन्होंने थाना बिथरी चैनपुर में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
आखिरकार, उन्होंने एसएसपी अनुराग आर्य से न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।