खाद्य निरीक्षक सत्यनारायण गुर्जर ने बताया कि होटल में वेज और नॉन-वेज खाने के स्थान एक ही जगह पर थे और रसोई में बहुत सारी गंदगी थी। इसके अलावा, होटल मालिक ने साल 2019 से अब तक खाद्य अनुज्ञा पत्र भी नहीं बनवाया था।
इस लापरवाही को देखते हुए आलाधिकारियों ने रिपोर्ट की है और सर्वे रिपोर्ट के आधार पर होटल प्रबंधन के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।