क्या हुआ हादसा?
चमोली जिले में भारत-चीन सीमा के पास माणा कैंप में निर्माण कार्य कर रहे मजदूर हिमस्खलन की चपेट में आ गए। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि अब तक 10 मजदूरों को बचाया गया है। इनमें से तीन को सेना अस्पताल भेजा गया है, जबकि बाकी लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
रेस्क्यू में सेना और ITBP लगी
- आईटीबीपी (ITBP) और सेना राहत कार्य में जुटी हुई है।
- एनडीआरएफ (NDRF) की टीम भी बुलाई गई, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण रास्ते बंद हैं।
- एयरफोर्स से मदद मांगी गई ताकि जल्द से जल्द बर्फ में दबे लोगों को निकाला जा सके।
संचार सेवाएं ठप, रास्ते अवरुद्ध
पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बर्फबारी के कारण संचार सेवाएं ठप हैं और रास्ते भी बंद पड़े हैं। इससे बचाव दल को मौके तक पहुंचने में मुश्किल हो रही है।
मुख्यमंत्री ने जताई चिंता
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बर्फ में दबे मजदूरों की सुरक्षा की प्रार्थना की है और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।
स्थिति पर नजर
फिलहाल सेना, आईटीबीपी और एयरफोर्स मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। प्रशासन उम्मीद कर रहा है कि जल्द से जल्द सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।