पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना का विस्तार
मंत्री ने बताया कि संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के तहत बाणगंगा और रूपारेल नदी में पानी पहुंचाने की योजना बनाई गई है। इसके लिए 2025-26 के बजट में “राणा प्रताप सागर बांध-ब्राह्मणी नदी से बीसलपुर बांध” तक जल अपवर्तन लिंक बनाने की घोषणा की गई है। इस योजना के तहत जयपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, करौली, भरतपुर, डीग और अलवर जिलों को भी जोड़ा जाएगा।
रामगढ़ बांध में भी भरा जाएगा पानी
मंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत बाणगंगा नदी बेसिन में स्थित रामगढ़ बांध में भी पेयजल के लिए पानी भरा जाएगा। साथ ही, राजस्थान की वृहद और मध्यम सिंचाई परियोजनाओं में, जहां पानी की आवक कम हो गई है, वहां भी जल भरने की योजना बनाई जा रही है।
राष्ट्रीय योजना में शामिल
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना से जोड़ा गया है। 13 दिसंबर 2022 को विशेष समिति की बैठक में इसे राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना में शामिल किया गया। इसके लिए भारत सरकार, राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच 17 दिसंबर 2024 को समझौता (एमओए) किया गया।
डीपीआर अंतिम चरण में
जल शक्ति मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण इस परियोजना की डीपीआर तैयार कर रहा है, जो अंतिम चरण में है। डीपीआर तैयार होने के बाद इसे केंद्रीय जल आयोग से स्वीकृति मिलते ही परियोजना को लागू किया जाएगा।
बाणगंगा नदी के लिए नई योजना
“राणा प्रताप सागर बांध-ब्राह्मणी नदी से बीसलपुर बांध होते हुए बाणगंगा और रूपारेल नदी में जल अपवर्तन के लिए डीपीआर तैयार की जाएगी। इसके बाद इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार की स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।”