बच्चे तेजी से हो रहे संक्रमित
जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रविकिरण शिंदे ने बताया कि आरएसवी वायरस बहुत संक्रामक है और बच्चों में तेजी से फैलता है। तीन में से दो बच्चे एक साल की उम्र तक इस वायरस से संक्रमित हो जाते हैं। इसके कारण उन्हें सर्दी, खांसी और बुखार जैसी समस्याएं होती हैं। कई बच्चों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है।
हर महीने बढ़ रही मरीजों की संख्या
जिला अस्पताल में नवंबर 2024 से फरवरी 2025 तक बड़ी संख्या में बच्चे इलाज के लिए भर्ती हुए –
- नवंबर 2024: 112 बच्चे
- दिसंबर 2024: 112 बच्चे
- जनवरी 2025: 133 बच्चे
- फरवरी 2025: 140 बच्चे
इनमें से 15% बच्चे निमोनिया से पीड़ित थे, हालांकि इलाज के बाद सभी स्वस्थ होकर घर लौट गए।
बच्चों को संक्रमण से कैसे बचाएं?
डॉ. शिंदे के अनुसार, निमोनिया के कई कारण हो सकते हैं –
- परिवार में धूम्रपान करने वालों का धुआं बच्चे के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
- टीबी के मरीजों से संक्रमण का खतरा अधिक होता है, खासकर यदि वे सावधानी न बरतें।
- प्री-मैच्योर (समय से पहले जन्मे) बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिससे वे जल्दी संक्रमित हो जाते हैं।
सावधानी बरतें, बच्चों को सुरक्षित रखें
बदलते मौसम में बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए –
✔ बच्चों को ठंडी-गर्मी से बचाएं
✔ साफ-सफाई का ध्यान रखें
✔ अगर बच्चे को तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
फिलहाल, शहर में आरएसवी वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, इसलिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है।