धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र
श्रृंगेश्वर धाम माही और मधुकन्या नदी के संगम पर स्थित है। यह स्थान ऋषि श्रृंगी से जुड़ी पौराणिक मान्यताओं के कारण श्रद्धालुओं के बीच बहुत प्रसिद्ध है। मान्यता है कि ऋषि श्रृंगी के सिर पर सींग थे, जो माही नदी में स्नान करने के बाद गल गए थे। तभी से यह स्थान श्रृंगेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस परियोजना के तहत:
✔ नए और पुराने मंदिरों को जोड़ा जाएगा।
✔ बैठने की सुविधा, गार्डन और सुरक्षा रैलिंग बनाई जाएंगी।
✔ श्रृंगेश्वर धाम को शिवलिंग टूरिस्ट सर्किट में जोड़ा जाएगा।
✔ देवझिरी तीर्थ स्थल पर भी इसी तरह के विकास कार्य होंगे।
त्योहारों और आयोजनों का प्रमुख स्थान
श्रृंगेश्वर धाम पर गुरु पूर्णिमा, सोमवती अमावस्या और श्रावण मास में हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। यहां रुद्र महायज्ञ का आयोजन भी हो चुका है।
जल संसाधन विभाग से परियोजना को स्वीकृति मिलने के बाद जल्द ही काम शुरू होगा। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।