कॉन्फ्रेंस का कार्यक्रम
📅 1 मार्च: सभी राज्यों के निर्वाचन आयुक्त पेंच राष्ट्रीय उद्यान में पहुंचेंगे।
📅 2 मार्च:
✔ उद्घाटन सत्र:
- मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव अभिषेक सिंह ई-पोलिंग बूथ और पेपरलेस बूथ पर प्रेजेंटेशन देंगे।
- आंध्र प्रदेश के निर्वाचन आयुक्त नीलम साहनी स्वचलित लोकल बॉडी इलेक्शन प्रक्रिया पर जानकारी देंगे।
✔ चुनौतियों पर चर्चा: - स्थानीय निकाय चुनावों में आने वाली समस्याओं और उनसे निपटने के उपायों पर चर्चा होगी।
📅 3 मार्च:
✔ तकनीक और पारदर्शिता:
- चुनावों में पारदर्शिता लाने और लोकतंत्र को मजबूत करने पर विचार होगा।
- दूरस्थ मतदाता (रिमोट वोटर्स) के पंजीकरण और ऑनलाइन मतदान पर चर्चा होगी।
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) और IIT बैंगलोर जैसी संस्थाएं चुनाव से जुड़ी नई तकनीकों पर जानकारी देंगी।
📅 4 मार्च:
✔ शैक्षणिक भ्रमण और प्रदर्शन:
- मध्यप्रदेश निर्वाचन आयोग द्वारा पेपरलेस बूथ का प्रदर्शन किया जाएगा।
इन राज्यों के निर्वाचन आयुक्त होंगे शामिल
📌 सम्मेलन में 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के निर्वाचन आयुक्त शामिल होंगे, जिनमें ये प्रमुख नाम हैं:
✔ आंध्र प्रदेश – नीलम साहनी
✔ दिल्ली-चंडीगढ़ – डॉ. विजय देव
✔ राजस्थान – मधुकर गुप्ता
✔ उत्तर प्रदेश – राज प्रताप सिंह
✔ बिहार – डॉ. दीपक प्रसाद
✔ मध्यप्रदेश – मनोज कुमार श्रीवास्तव
✔ गुजरात, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, असम, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड, त्रिपुरा, सिक्किम और अन्य राज्यों के अधिकारी भी होंगे शामिल।
इस कॉन्फ्रेंस का मकसद चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी और तकनीकी रूप से मजबूत बनाना है, जिससे लोकतंत्र को और सशक्त किया जा सके।