बाघों की संख्या बढ़ेगी
✔ पार्क में जल्द ही दो नए बाघ लाए जाएंगे।
✔ ये बाघ पन्ना टाइगर रिजर्व से लाए जाएंगे – एक नर और एक मादा।
✔ अभी यहां 5 बाघ हैं, जिनमें से एक मादा बाघ ने 6 महीने पहले 2 शावकों को जन्म दिया था।
✔ नए बाघों के आने के बाद पार्क में कुल 7 बाघ हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री करेंगे घोषणा
✔ टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया घोषणा कर सकते हैं।
✔ प्रशासन और पार्क प्रबंधन इस कार्यक्रम की तैयारियों में जुटा हुआ है।
1200 वर्ग किमी तक फैलेगा टाइगर रिजर्व
✔ अभी पार्क का क्षेत्रफल 375 वर्ग किलोमीटर है।
✔ टाइगर रिजर्व बनने के बाद यह 1200 वर्ग किलोमीटर तक बढ़ जाएगा।
✔ इसके लिए 13 गांवों को शामिल करने की प्रक्रिया जारी है।
✔ बफर जोन बढ़ने से बाघों के लिए बेहतर प्राकृतिक आवास मिलेगा।
पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
✔ पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
✔ स्थानीय होटल, गाइड, ट्रांसपोर्ट और अन्य व्यवसायों को फायदा होगा।
✔ देश-विदेश से पर्यटक यहां बाघ देखने आएंगे, जिससे सरकार को राजस्व भी मिलेगा।
✔ पार्क प्रबंधन का कहना है कि 8 मार्च को पन्ना से दो बाघ लाए जाएंगे।
निष्कर्ष
माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने से पर्यावरण संरक्षण, पर्यटन और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। यह मध्य प्रदेश के वन्यजीव संरक्षण के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।