अक्षर पटेल का आत्मविश्वास कैसे बढ़ा?
मैच के बाद बातचीत में अक्षर ने कहा,
“बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद या फिर वेस्टइंडीज में वनडे मैच जिताने के बाद मेरा आत्मविश्वास बढ़ा। मेरे पास स्किल तो था, लेकिन मैं उसे अच्छे से दिखा नहीं पा रहा था। जब एक अच्छी पारी खेली, तो मैंने इसे बड़ा मौका मानने की बजाय बस अपनी खेल पर ध्यान दिया।”
टीम की जरूरत के हिसाब से खेलते हैं अक्षर
उन्होंने कहा,
“विराट भाई और श्रेयस अच्छा खेल रहे हैं, इसलिए मैं यह नहीं सोचता कि मुझे ऊपर बैटिंग करनी चाहिए। जब भी मौका मिलता है, मैं बस यह देखता हूं कि टीम को क्या चाहिए। पहले जब नीचे बैटिंग करता था, तो जल्दी रन बनाने होते थे, लेकिन अब मैं परिस्थिति के हिसाब से खेल सकता हूं।”
वरुण चक्रवर्ती की गेंदबाजी पर अक्षर की राय
अक्षर ने अपने साथी खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती की तारीफ करते हुए कहा,
“हम सभी वरुण के प्रदर्शन से खुश हैं। पिछली बार टी-20 वर्ल्ड कप में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था, लेकिन उसके बाद उन्होंने खुद को मानसिक रूप से मजबूत बनाया। अब वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, चाहे टी-20 हो या वनडे।”
धीमी गेंदबाजी पर क्या बोले अक्षर?
उन्होंने बताया,
“मैं पिछले 2-3 साल से धीमी गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा हूं। इन परिस्थितियों में मैं तेज और धीमी, दोनों तरह की गेंद डालने पर ध्यान दे रहा हूं। जब विकेट मिलता है, तो आत्मविश्वास भी बढ़ता है।”
निष्कर्ष
अक्षर पटेल के लिए वेस्टइंडीज में खेला गया वनडे मैच टर्निंग पॉइंट साबित हुआ, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा। अब वह टीम की जरूरत के हिसाब से खेल रहे हैं और लगातार अपने गेंदबाजी कौशल को भी सुधार रहे हैं। साथ ही, उन्होंने वरुण चक्रवर्ती की मेहनत और प्रदर्शन की भी सराहना की।