किसान ही असली चमत्कार करने वाले
उन्होंने कहा कि किसान असली चमत्कार कर सकते हैं, क्योंकि वे रेगिस्तान जैसी कठिन जमीन पर भी खजूर और अन्य खास फसलें उगा रहे हैं। किसानों के लिए खेत सिर्फ खेती करने की जगह नहीं, बल्कि एक तीर्थ स्थान जैसा है, जहां उन्हें रोज़ जाना चाहिए।
मैं खुद भी किसान हूं
शिवराजसिंह चौहान ने बताया कि वे सिर्फ मंत्री ही नहीं, बल्कि आज भी किसान हैं और नियमित रूप से अपने खेत में जाते हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वागत-सत्कार में नहीं, बल्कि किसानों से सीधे जुड़ने में विश्वास रखते हैं।
प्राकृतिक खेती पर जोर
उन्होंने कहा कि रासायनिक खादों से मिट्टी खराब हो रही है और मित्र कीट खत्म हो रहे हैं। प्राकृतिक तरीके से खेती करने पर उत्पादन नहीं घटता। उन्होंने कोरोना काल का उदाहरण देते हुए कहा कि उस समय भी किसान खेतों में मेहनत कर रहे थे और अन्न उगा रहे थे।
मोदी सरकार का लक्ष्य – किसानों की तरक्की
शिवराजसिंह चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है कि खेती को आधुनिक बनाया जाए और किसान आर्थिक रूप से मजबूत बनें। कम पानी में उगने वाली फसलें विकसित की जा रही हैं और ऐसे उर्वरक बनाए जा रहे हैं, जो किसानों के लिए सस्ते हों। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और फसल बीमा योजना के ज़रिए किसानों की आर्थिक मदद की जा रही है।
नवाचार और सम्मान
समारोह में कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने विश्वविद्यालय द्वारा किए गए नए प्रयोगों की जानकारी दी। कार्यक्रम में कई कृषि विशेषज्ञ और अतिथि मौजूद थे। किसान मेले में हजारों किसानों ने भाग लिया और कई किसानों को सम्मान पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।