चेंजिंग चैंबर्स की कमी से बढ़ी दिक्कत
महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए बने चेंजिंग चैंबर्स पर्याप्त नहीं हैं। यहां सुबह से शाम तक सैकड़ों महिलाएं आती हैं, लेकिन गिने-चुने चैंबर्स की वजह से उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ता है। कई बार गीले कपड़ों में खड़े रहना पड़ता है, जिससे उन्हें असुविधा और परेशानी होती है।
टॉयलेट, पीने का पानी और छांव की भी सुविधा नहीं
यहां टॉयलेट, पीने का पानी और छांव जैसी मूलभूत सुविधाओं की भी कमी है। इससे बुजुर्ग, बीमार लोग, महिलाएं और साधु-संत परेशान होते हैं।
सिर्फ दो चैंबर्स सही हालत में
तिलवाराघाट पर कुल 3-4 चेंजिंग चैंबर्स हैं, लेकिन सिर्फ दो ही सही स्थिति में हैं। इन चैंबर्स के पास ही प्रसाद और पूजन सामग्री की दुकानें हैं, जिससे महिलाओं को कपड़े बदलने में असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है।
कलेक्टर की योजना अब तक अधूरी
मई 2022 में तत्कालीन कलेक्टर इलैयाराजा टी ने हर घाट पर 3-3 नए चेंजिंग चैंबर्स बनाने की घोषणा की थी। लेकिन यह योजना अभी तक पूरी नहीं हो पाई है।
मोबाइल टॉयलेट हो सकता है समाधान
गौरीघाट नर्मदा महाआरती के संयोजक ओंकार दुबे का कहना है कि घाटों पर मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था की जा सकती है। इससे श्रद्धालुओं की परेशानियां कम हो सकती हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक इस पर ध्यान नहीं दिया है।