किन स्कूलों में होगी शुरुआत?
पहले चरण में प्रदेश के 339 स्कूलों का चयन किया गया है, जिसमें 134 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल और 205 महात्मा गांधी राजकीय स्कूल शामिल हैं। इस योजना के तहत विद्यार्थियों की उपस्थिति का डेटा सीधे शाला दर्पण पोर्टल पर अपलोड होगा।
डूंगरपुर के 11 स्कूलों में होगी योजना लागू
डूंगरपुर जिले के 11 स्कूलों में यह नई प्रणाली लागू की जा रही है। इसमें शामिल स्कूल हैं:
- स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल (आसपुर, बिछीवाड़ा, डूंगरपुर, सागवाड़ा, सीमलवाड़ा)
- महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय (चीखली, फलोज, टाउन डूंगरपुर, चीतरी नवीन, झौथरीपाल, साबला)
कैसे होगी उपस्थिति दर्ज?
- प्रत्येक शिक्षक को अपने मोबाइल में शाला दर्पण ऐप डाउनलोड करना होगा।
- कक्षा शिक्षक को प्रतिदिन पहली पीरियड में सभी विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करनी होगी।
- अगर शिक्षक अनुपस्थित हैं, तो स्कूल प्रिंसिपल अपनी लॉगिन आईडी से उपस्थिति दर्ज करेंगे।
- अगर किसी विद्यार्थी की उपस्थिति ऐप में दर्ज नहीं होती, तो प्रपत्र-09 भरना अनिवार्य होगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में समस्या
शिक्षक संगठनों ने इस नई व्यवस्था पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि शहरी स्कूलों में यह प्रणाली आसान हो सकती है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की समस्या के कारण उपस्थिति दर्ज करना मुश्किल होगा। कई स्थानों पर शिक्षकों की उपस्थिति तक समय पर दर्ज नहीं हो पाती, तो विद्यार्थियों की उपस्थिति कैसे ली जाएगी?
पहले भी हुई थी योजना, लेकिन रद्द करनी पड़ी
राजस्थान सरकार ने 2023 में भी ऑनलाइन उपस्थिति योजना लागू करने की कोशिश की थी। इसे शिक्षक दिवस पर लॉन्च किया गया था, लेकिन भारी विरोध के कारण दो दिन बाद ही इसे स्थगित करना पड़ा था।
क्या बोले अधिकारी?
आएल डामोर, जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक:
“फिलहाल यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है। अधिकतर स्कूलों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। इससे मॉनीटरिंग में आसानी होगी और पेपरलेस काम हो सकेगा।”