
जयपुर/अलवर

ज्योतिपीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती इन दिनों राजस्थान यात्रा पर हैं। वे गौहत्या के खिलाफ विभिन्न शहरों में लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने अयोध्या में बने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर एक बयान दिया है। उन्होंने शास्त्रों का हवाला देते हुए कहा कि मंदिर का पूरा निर्माण होने के बाद ही प्राण प्रतिष्ठा की जानी चाहिए।
मुख्य बातें:
- अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि अयोध्या राम मंदिर का अभी केवल 30 प्रतिशत ही निर्माण हुआ है।
- उन्होंने कहा कि पूरा निर्माण होने के बाद ही प्राण प्रतिष्ठा होनी चाहिए।
गौहत्या पर सख्त रुख
अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती राजस्थान के कई शहरों में घूमकर गौहत्या रोकने का संदेश दे रहे हैं। उन्होंने जयपुर से अलवर तक की यात्रा के दौरान गौहत्या के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक पार्टियों को निशाना बनाया।
राजनीतिक समर्थन
अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि वे उसी पार्टी या नेता का समर्थन करेंगे जो गौहत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए विधानसभा और संसद में आवाज उठाने का शपथ पत्र देगा। उनका लक्ष्य केवल गौहत्या को रोकना है और इसके लिए जो भी पार्टी या नेता प्रयास करेगा, वे उसका समर्थन करेंगे।