5 दिन तक चलेगा रंगोत्सव
यह उत्सव एकादशी से पूर्णिमा तक चलेगा। होली जलने से एक हफ्ते पहले ही तैयारियां शुरू हो गई थीं। खासतौर पर बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। रंग, पिचकारी और गुलाल की जमकर खरीदारी हुई। सराफा लाइन की सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं, जो 17 मार्च के बाद खुलेंगी।
199 साल पुरानी परंपरा का पालन
सेठ नाथूराम होली उत्सव समिति के संयोजक हरख मालू ने बताया कि यह परंपरा 199 साल पुरानी है। हर साल की तरह इस बार भी पूजा-अर्चना और फाग उत्सव का आयोजन किया गया है। हालांकि, इस बार बारात नहीं निकाली जाएगी। नाहटा मार्केट में विशेष पूजा का आयोजन किया गया है।
होली पर 24 घंटे डॉक्टरों की ड्यूटी
14 मार्च को सरकारी छुट्टी होने की वजह से ओपीडी बंद रहेगी, लेकिन इमरजेंसी सेवाएं 24 घंटे चालू रहेंगी। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टर, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ को अलर्ट पर रखा गया है।
सभी वार्डों में दवाइयों की उपलब्धता
होली के दौरान किसी भी दुर्घटना से निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन ने खास इंतजाम किए हैं। सभी वार्डों में जीवनरक्षक दवाइयां उपलब्ध रहेंगी। सिक्योरिटी गार्ड और बंदूकधारी गार्ड को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। जरूरत पड़ने पर मरीजों को डीकेएस अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी विभाग में भेजने के लिए एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध रहेगी।