

Lenacapavir: एक नई उम्मीद

गिलियड साइंसेज द्वारा विकसित लेनाकैपाविर (Lenacapavir) नामक दवा ने एचआईवी से बचाव में उम्मीद जगाई है। एक अध्ययन के अनुसार, साल में सिर्फ एक इंजेक्शन लेकर एचआईवी संक्रमण से बचा जा सकता है।
एचआईवी से बचाव में नई दवा का प्रभाव
एचआईवी एक गंभीर बीमारी है, जो समय पर इलाज न मिलने पर एड्स (AIDS) में बदल सकती है। अभी तक, एचआईवी से बचने के लिए लोगों को दैनिक गोलियां या नियमित इंजेक्शन लेने पड़ते हैं। लेकिन अब लेनाकैपाविर एक सुविधाजनक समाधान के रूप में उभर रहा है।
Lenacapavir के ट्रायल के नतीजे
एक चिकित्सा पत्रिका ‘द लांसेट’ में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया कि यह इंजेक्शन एचआईवी को शरीर में फैलने से रोकता है।
- इस दवा का फेज-1 क्लिनिकल ट्रायल 18 से 55 वर्ष के 40 स्वस्थ लोगों पर किया गया।
- प्रतिभागियों को 5000 मिलीग्राम की एकल खुराक दी गई।
- 56 हफ्तों तक शरीर में दवा का असर देखा गया।
- इंजेक्शन के बाद कुछ लोगों को हल्का दर्द हुआ, लेकिन यह एक हफ्ते में ठीक हो गया।
एचआईवी रोकथाम के मौजूदा तरीके
वर्तमान में, एचआईवी से बचाव के लिए:
- PrEP (प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस) – रोज़ ली जाने वाली दवा।
- हर आठ हफ्ते में दिए जाने वाले इंजेक्शन।
हालांकि, रोज़ाना दवा लेना कई लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है। ऐसे में लेनाकैपाविर का सालाना इंजेक्शन एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
एचआईवी के बढ़ते मामले और भविष्य की संभावना
- 2023 के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया में 39 मिलियन लोग एचआईवी से पीड़ित हैं।
- इनमें से 65% लोग अफ्रीकी देशों में रहते हैं।
- अगर Lenacapavir के अगले परीक्षण सफल होते हैं, तो यह एचआईवी रोकथाम में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।
निष्कर्ष
अगर यह दवा पूरी तरह सफल साबित होती है, तो यह एचआईवी संक्रमण को रोकने का एक आसान और कारगर तरीका बन सकती है। इससे दुनिया भर में एचआईवी के मामलों को कम करने में मदद मिलेगी।