पुलिस को सूचित होते ही वे ग्रामीणों की मांग को प्रशासन तक पहुंचाने का आश्वासन देकर मार्ग को खोल दिया। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 6 महीनों से पेयजल की समस्या है और गाँव में 6-7 दिनों में एक बार ही पानी आता है। इसके चलते वे महंगे दामों पर टैंकर से पानी लाने को मजबूर हैं।
जलदाय विभाग के जेईएन हंसराज गुर्जर ने बताया कि पेयजल व्यवस्था ग्राम पंचायत के अधीन है, लेकिन फिर भी वे टैंकर से पेयजल उपलब्ध करा रहे हैं। सरपंच राम नरेंद्र शर्मा का कहना है कि सभी ये समस्याएं राजनीतिक ड्रामा है और पेयजल में किल्लत नहीं है।