उदयपुर ने सभी काम पूरे किए
राजस्थान के चार शहरों – जयपुर, कोटा, अजमेर और उदयपुर को स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल किया गया था। इनमें से उदयपुर ने अपनी सभी परियोजनाएं पूरी कर ली हैं, जबकि बाकी तीन शहरों में अभी 13 प्रोजेक्ट अधूरे हैं।
राजस्थान के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स की स्थिति
- राजस्थान में कुल स्वीकृत परियोजनाएं – 579
- कुल लागत – 8640 करोड़ रुपए
- पूरी हो चुकी परियोजनाएं – 566 (8368 करोड़ खर्च हुए)
- अधूरी परियोजनाएं – 13 (272 करोड़ खर्च होंगे)
- अजमेर – 5 परियोजनाएं (58 करोड़ खर्च होंगे)
- कोटा – 3 परियोजनाएं (38 करोड़ खर्च होंगे)
- जयपुर – 5 परियोजनाएं (177 करोड़ खर्च होंगे)
क्या है स्मार्ट सिटी मिशन?
स्मार्ट सिटी मिशन 25 जून 2015 को शुरू हुआ था। इस योजना में देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। इसमें सीसीटीवी कैमरे, आपातकालीन कॉल बॉक्स, स्मार्ट सड़कें, साइकिल ट्रैक, डिजिटल लाइब्रेरी, ई-हेल्थ सेंटर जैसी सुविधाएं दी जाती हैं।
देशभर में अधूरे प्रोजेक्ट्स की स्थिति
- कुल स्वीकृत परियोजनाएं – 8063
- पूरी हो चुकी परियोजनाएं – 7504 (150306 करोड़ की लागत)
- अधूरी परियोजनाएं – 559 (14239 करोड़ की लागत)
- केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी योजना के लिए कुल फंड – 48000 करोड़
- अब तक राज्यों को मिली राशि – 47538 करोड़
- खर्च हो चुकी राशि – 45772 करोड़
अधूरी परियोजनाओं का कारण
सूत्रों के मुताबिक, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स की मॉनिटरिंग सही से नहीं हुई और अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। इसी वजह से जयपुर, कोटा और अजमेर में कई योजनाएं अधूरी रह गईं।
अब अगर 31 मार्च तक ये प्रोजेक्ट पूरे नहीं हुए, तो केंद्र सरकार इन शहरों को स्मार्ट सिटी के लिए फंड नहीं देगी।