33.14 करोड़ का टेंडर जारी
इस फ्लाईओवर के निर्माण के लिए 33.14 करोड़ रुपए का टेंडर जारी कर दिया गया है। इस काम की जिम्मेदारी एक ठेकेदार को दी जाएगी, जो इपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) मोड पर इस परियोजना को पूरा करेगा।
कैसे होगा निर्माण?
- इपीसी मोड के तहत ठेकेदार डिजाइन तैयार करेगा, सामग्री खरीदेगा और निर्माण करेगा।
- इस फ्लाईओवर का डिज़ाइन इस तरह से बनाया जाएगा कि यातायात सुचारू रूप से चले और दुर्घटनाओं में कमी आए।
- गलत दिशा में चलने वाले वाहनों की समस्या को रोकने में यह पुल कारगर होगा।
टेंडर प्रक्रिया और तारीख
- फ्लाईओवर निर्माण के लिए टेंडर की आखिरी तारीख 21 मार्च तय की गई है।
- इपीसी मोड पर काम करने वाले योग्य ठेकेदार का चयन किया जाएगा।
- इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से यातायात सुगम होगा और हादसों की संख्या घटेगी।
सड़क सुरक्षा में होगा सुधार
फ्लाईओवर बनने से न केवल दुर्घटनाएं कम होंगी, बल्कि यातायात प्रवाह भी बेहतर होगा। वाहन चालकों को सुरक्षा, सुविधा और समय की बचत मिलेगी। यह प्रोजेक्ट छतरपुर जिले के लोगों के लिए एक बड़ा बदलाव साबित होगा।
अब तक हुई बड़ी दुर्घटनाएं
- 20 अगस्त 2024 – ट्रक में घुसे ऑटो से 7 लोगों की मौत।
- 24 अक्टूबर 2024 – बस को ट्राले ने टक्कर मारी, 1 बच्चे की मौत।
- 23 फरवरी 2025 – कार पलटने से 1 की मौत, 11 घायल।
- 14 मार्च 2024 – कार डिवाइडर से टकराई, 3 लोगों की मौत।
इस फ्लाईओवर के बनने से ऐसी दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी और आम लोगों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा।