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प्रशासनिक अमला मुस्तैद: 31 कलेक्टर एक्टिव; गांवों में चौपालें, दौरे व निरीक्षण, चार दिन में प्रदेश के 150 इलाकों में पहुंचा प्रशासन

भीषण गर्मी और हीट वेव में जनता की परेशानियों को समझने के लिए सरकार की सख्ती के बाद पूरा प्रशासनिक अमला मुस्तैद हो गया है। पिछले 4 दिनों में 31 कलेक्टर अपने ऑफिस छोड़कर फील्ड में उतरे। इनमें से 22 ने गांवों का दौरा कर वहां रात में चौपालें लगाईं और 3 संभागीय आयुक्तों ने भी रात गांवों में बिताई। कलेक्टरों को गांवों में पानी और बिजली की समस्याओं को लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं। सबसे बड़ी समस्या पानी और बिजली की कटौती है। बार-बार सप्लाई रुकने से बिजली की स्थिति खराब हो रही है।

9 कलेक्टरों ने उन इलाकों का दौरा किया जहां संवेदनशील समस्याएं थीं। सीएस सुधांश पंत ने कलेक्टरों को गांवों का दौरा करने का निर्देश दिया था, जिसका असर दिखा और अधिकांश प्रशासनिक मशीनरी जमीन पर उतर आई। अजमेर कलेक्टर ने पूरी रात गांव में रुकी। सलूंबर कलेक्टर को ग्रामीणों ने बताया कि 15-15 दिन पानी नहीं आ रहा। ग्रामीणों ने कहा, “कलेक्टर साहब रोज आया करो।”

ग्रामीणों की मनुहार- कलेक्टर साहब रोज आया करो

इन 9 कलेक्टरों ने किए फास्ट दौरे, जाने हालात सांचौर कलेक्टर शक्ति सिंह राठौड़ ने रानीवाड़ा, चित्तौड़गढ़ कलेक्टर आलोक रंजन ने कपासन और निंबाहेड़ा, टोंक कलेक्टर सौम्या झा ने धन्नातलाई, जोधपुर कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने पीपाड़ सिटी, पाली कलेक्टर एलएन मंत्री ने तखतगढ़, झुंझुनूं कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने बुहाना, बालोतरा कलेक्टर ने बायतू और कोटपूतली कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने बहरोड का दौरा किया। ब्यावर कलेक्टर उत्सव कौशल ने भी दौरा किया।

सबसे पहले : श्रीगंगानगर के कलेक्टर लोकबंधु ने रात्रि चौपाल लगाई। एसडीएम और अफसरों को साथ रखा और लंबित मामलों को तुरंत निपटाने पर जोर दिया। नशा मुक्ति के अभियान ‘आपरेशन सीमा’ को लेकर लोगों को जागरूक किया। फलौदी कलेक्टर एचएल अटल ने आऊं गांव में रात्रि चौपाल लगाई और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं।

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