जलदाय मंत्री ने बताया कि जितना पानी बीसलपुर में है और जितनी हमारी क्षमता है, उतना 100 प्रतिशत पानी जनता को दिया जा रहा है। जयपुर में भी पानी का वितरण हो रहा है। उन्होंने कहा कि समाधान यह नहीं है कि वे चमत्कार से पानी ला दें। जितना पानी उपलब्ध होगा, वही वितरण करेंगे। उन्होंने पानी की चोरी और लीकेज को रोकने की बात भी कही।
उन्होंने जयपुर और राजस्थानवासियों से पानी का सही उपयोग करने की अपील की। फ्लोराइड वाले पानी का उपयोग कपड़े धोने के लिए और पीने के पानी का सही ढंग से उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आज टैंकरों से पानी दिया जा रहा है, लेकिन भूजल खत्म होने पर टैंकर भी बेकार हो जाएंगे।
चौधरी ने भगवान से अच्छी बारिश की प्रार्थना करने की सलाह दी और कहा कि बीसलपुर नहीं भरा तो स्थिति और खराब हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर 5 साल पहले कांग्रेस सरकार ने काम किया होता, तो यह स्थिति नहीं आती। अब ईआरसीपी पर काम हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पानी की 100 प्रतिशत शिकायतें दूर नहीं की जा सकतीं। पिछले तीन-चार साल में कोई भर्ती नहीं हुई और जेईएन के 100 पदों को छोड़कर कांग्रेस राज में कोई भर्ती नहीं हुई। उन्होंने आने वाले समय में पानी की बड़ी समस्या की चेतावनी दी और बारिश के लिए प्रार्थना करने को कहा।
चौधरी ने बताया कि 2018 के बाद तापमान अचानक बढ़ गया है और इस साल बांधों में 35 प्रतिशत पानी बचा है। तापमान 45 से 50 डिग्री के बीच होने से संकट बढ़ा है। पिछले सालों में पानी के कनेक्शन बढ़ने से भी मांग बढ़ी है और जलस्तर 100 फीट नीचे चला गया है। उन्होंने कहा कि अगर पिछली सरकार ने ईआरसीपी पर काम किया होता तो यह स्थिति नहीं आती। अब नदियां जुड़ने और ईआरसीपी का काम पूरा होने पर पानी का संकट दूर होगा।