अरिजीत बनर्जी 1991 बैच के राजस्थान कैडर के आईएफएस अधिकारी हैं। उन्हें भारतीय वन सेवा की प्रधान मुख्य वन संरक्षक- हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स की वेतन श्रृंखला में पदोन्नत किया गया है। यह आदेश 31 मई को मुनीष गर्ग के सेवानिवृत्ति के बाद लागू होंगे। फिलहाल बनर्जी प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रशासन और परियोजना निदेशक आरएफबीपी द्वितीय पद पर कार्यरत हैं।
वसुंधरा राजे के प्रिंसिपल ओएसडी रहे
बनर्जी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रिंसिपल ओएसडी रह चुके हैं और इस पद पर वे 4 साल 7 महीने तक रहे। उन्होंने वन सुरक्षा में एपीसीसीएफ पद पर भी काम किया है और कोलकाता में वरिष्ठ पर्यावरण अधिकारी के रूप में भी सेवा दी है। बनर्जी 10 जुलाई 2002 से 11 फरवरी 2008 तक पूर्व मुख्यमंत्री के डीएस भी रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग में परियोजना निदेशक की भूमिका भी निभाई है। बनर्जी मूल रूप से पश्चिम बंगाल के बर्द्धमान जिले के निवासी हैं।
तीन पीसीसीएफ के नाम का पैनल
सेवा नियमों के तहत सीनियरिटी के आधार पर पहले तीन पीसीसीएफ के नाम स्क्रीनिंग कमेटी में रखे गए थे। पैनल में पीसीसीएफ अरिंदम तोमर, अरिजीत बनर्जी और पवन उपाध्याय के नाम शामिल थे। सीनियरिटी के हिसाब से अरिंदम तोमर सबसे ऊपर थे, लेकिन उनका कार्यकाल केवल दो महीने का होता, क्योंकि वे 31 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं। इसलिए अरिजीत बनर्जी का दावा मजबूत हो गया और उन्हें हॉफ चुना गया, जिससे वे अक्टूबर 2026 तक इस पद पर रह सकते हैं।