रोजाना जलस्तर में 2 सेमी की गिरावट हो रही है, जबकि विभाग ने मानसून के बाद तक पानी सप्लाई से जोड़े रखने के लिए जयपुर, अजमेर और टोंक की 1.20 करोड़ आबादी के पेयजल में कटौती कर रहा है। गर्मियों के कारण पानी की मांग 25 प्रतिशत तक बढ़ गई है, लेकिन सप्लाई उसी अनुपात में नहीं बढ़ाई गई है, जिससे बाहरी इलाकों और पाइपलाइन के टेल एंड पर पानी नहीं पहुंच रहा है। लोगों को प्राइवेट टैंकरों से पानी खरीदना पड़ रहा है।
बीसलपुर बांध का स्टोरेज नहीं बढ़ा, जोड़ रहे हैं गांव-कस्बे
बांध के लिए पानी का आवंटन बढ़ाए बिना ही जल जीवन मिशन और अन्य स्कीमों में तीनों जिलों के 3500 गांवों को जोड़ने का प्रोजेक्ट चल रहा है। बांध की ऊंचाई बढ़ाने और दूसरे स्रोत से जोड़ने का काम फिलहाल शुरू नहीं हुआ है। पिछले दो साल में दस लाख आबादी को जोड़ा गया है, जिसमें जयपुर के पीआरएन और जगतपुरा प्रोजेक्ट के दूसरे फेज में लोग शामिल हैं।
जयपुर में 500 लाख लीटर कम सप्लाई
जयपुर शहर में ही 500 लाख लीटर पानी कम सप्लाई किया जा रहा है। कॉल सेंटर पर भी शिकायत दर्ज नहीं की जा रही है, जिससे लोगों को और परेशानी हो रही है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बढ़ेगा बीसलपुर बांध का जलस्तर
बीसलपुर की भराव क्षमता अभी 315.5 आरएल मीटर है, और 310.6 आरएल मीटर नीचे का पानी पीने के लिए इस्तेमाल होता है। इसके नीचे 70 मिलियन क्यूबिक गाद है, जिससे पानी का संकट है। एनजीटी ने गाद निकालने पर रोक लगाई थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया है। जल्दी सफाई होने पर भराव क्षमता बढ़ेगी।
पानी की किल्लत बढ़ी, निगम ने की सप्लाई
जयपुर के झालाना डूंगरी में पानी की सप्लाई बाधित होने पर नगर निगम ने टैंकरों से सप्लाई की। भारी संख्या में लोग पानी लेने के लिए एकत्र हो गए।