बीजेपी की प्राथमिकताएं और रणनीति
बीजेपी ने इन 5 सीटों में से कम से कम 3 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। प्राथमिकता में दौसा, खींवसर और देवली-उनियारा सीटें हैं। इसके अलावा चौरासी और झुंझुनूं सीटों पर भी जीतने की योजना बनाई गई है।
सीपी जोशी का दौरा
प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी उपचुनाव वाले जिलों में लगातार संगठनात्मक बैठकें ले रहे हैं। वे नागौर, झुंझुनूं, और दौसा जिलों का दौरा कर चुके हैं और अब टोंक जिले में बैठकें लेंगे।
मुख्यमंत्री का सक्रिय दौरा
सीएम भजनलाल शर्मा भी उपचुनाव वाले जिलों का दौरा कर रहे हैं। नागौर जिले में उनके दौरे को उपचुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
विधानसभा सत्र के बाद प्रभारियों का प्रवास
बीजेपी ने उपचुनाव वाली सीटों पर विधानसभा प्रभारियों की नियुक्ति की है। विधानसभा सत्र के बाद ये प्रभारी इन सीटों पर जाकर स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे और जिताऊ प्रत्याशी की तलाश करेंगे।
विधानसभावार प्रभारी
- झुंझुनूं: मंत्री अविनाश गहलोत, मंत्री सुमित गोदारा, प्रदेश महामंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, विधायक गोवर्धन वर्मा।
- दौसा: उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, मंत्री किरोड़ीलाल मीणा, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी।
- देवली-उनियारा: मंत्री हीरालाल नागर, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, प्रदेश महामंत्री और विधायक जितेंद्र गोठवाल।
- खींवसर: मंत्री कन्हैयालाल चौधरी, मंत्री सुरेश रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया, और बीजेपी प्रवक्ता अशोक सैनी।
- चौरासी: मंत्री बाबूलाल खराड़ी, विधायक श्रीचंद कृपलानी, प्रदेश उपाध्यक्ष नाहर सिंह जोधा, प्रदेश मंत्री मिथलेश गौत्तम और महेश शर्मा।