गिरफ्तार आरोपी राजू ईराम को पूछताछ के लिए ईडी मुख्यालय लाया गया, जहां पूछताछ के बाद पुख्ता सबूत मिलने पर उसे कोर्ट में पेश किया गया और रिमांड पर लिया गया। राजू ईराम पर पेपर लीक करने और बेचने का आरोप है। उसके खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। ईडी ने इस मामले में अब तक 32 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की है।
5 करोड़ में किया था पेपर का सौदा
ईडी ने राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर और चार्जशीट के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की है। राजू ईराम ने पेपर लीक मामले में पांच करोड़ रुपए में सौदा किया था और करीब एक करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन भी किया था। वह भीनमाल का रहने वाला है और उसे 2022 में बीकानेर से गिरफ्तार किया गया था।
क्या है मामला
26 सितंबर 2021 को REET 2021 आयोजित करने के लिए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) द्वारा राज्य स्तरीय समिति बनाई गई थी। सेवानिवृत्त सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रदीप पाराशर ने बिना किसी वैध आदेश के एक सहायक राम कृपाल मीना को नियुक्त किया था। उसे जयपुर स्थित शिक्षा संकुल के स्ट्रांग रूम में पहुंच दी गई थी, जहां REET 2021 का प्रश्न पत्र रखा हुआ था। मीना ने पाराशर के साथ मिलकर प्रश्न पत्र चुरा लिया। इस मामले में राम कृपाल मीना पहली गिरफ्तारी थी, उसके बाद डॉ. प्रदीप पाराशर को और अब राजू ईराम को गिरफ्तार किया गया हैI