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फर्जी आधार कार्ड केस में होगी CBI की एंट्री, भजनलाल सरकार ने भेजी सिफारिश

जयपुर। भजनलाल सरकार ने सांचौर में फर्जी आधार कार्ड मामले की जांच CBI से कराने की सिफारिश केंद्र को भेज दी है। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने विधानसभा में कांग्रेस विधायक रतन देवासी के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए यह जानकारी दी। मंत्री ने बताया कि 28 जून को चिट्ठी लिखकर इस मामले की जांच CBI को देने का अनुरोध किया गया था। कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और कुछ की तलाश जारी है।

राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला

कांग्रेस विधायक देवासी ने कहा कि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण इसे गंभीरता से लेना चाहिए। देवासी ने बताया कि जानवरों की आंखों की पुतलियों के निशान लेकर और हाथों की जगह पैरों के फिंगर प्रिंट लेकर फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। यह इलाका पाकिस्तान की सीमा के पास है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है। 12 से 13 साल के बच्चों को कुछ पैसे देकर फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं।

ई-मित्रों की जांच होगी

संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि फर्जी आधार कार्ड मामले की जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पूरे प्रदेश में आधार कार्ड बनाने वाले ई-मित्रों की जांच की जाएगी। ई-मित्र सेंटर्स के बाहर हर काम की समय सीमा और रेट का बोर्ड लगाना होगा।

फर्जी आधार कार्ड बनाना अपराध

निर्दलीय विधायक जीवाराम चौधरी ने बताया कि दो साल पहले जालोर के चितलवाना में फर्जी आधार मशीन मिलने का मुकदमा दर्ज हुआ था, लेकिन उस मशीन को गायब करवा दिया गया। बाद में सरकार बदलने पर कार्रवाई हुई। सरकारी मुख्य सचेतक जारेगेश्वर गर्ग ने कहा कि कांग्रेस राज में इन मामलों को दबाने का काम हुआ। मंत्री ने कहा कि सरकार इस मामले पर गंभीर है और इसकी जांच CBI से कराने की सिफारिश केंद्र को भेज दी गई है।

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