डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ब्यूरो को गोपनीय शिकायत मिली थी। शिकायत में कहा गया था कि विमलेश शर्मा ने अपने और अपने परिवार के नाम से भ्रष्ट तरीकों से बहुत संपत्ति जमा की है, जिसकी कीमत करोड़ों रुपए से भी ज्यादा है।
शिकायत की गोपनीय जांच की गई और सही पाए जाने पर केस दर्ज किया गया। कोर्ट से सर्च वारंट लेकर शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे विमलेश के ऑफिस और घर पर रेड मारी गई। अभी उनसे ऑफिस में पूछताछ हो रही है।
तलाशी में मिली संपत्तियाँ:
- 10 प्लॉट के कागज
- सोने-चांदी के गहने
- 2 वाहन
- एक बैंक लॉकर
- 7 बैंक अकाउंट
विमलेश के घर से 10 प्लॉट के कागज, गहने, और 2 वाहन मिले हैं। इसके अलावा एक बैंक लॉकर और 7 बैंक अकाउंट भी मिले हैं। जांच में पाया गया कि विमलेश ने वैध आय से कई गुना ज्यादा संपत्ति अर्जित की है।
जयपुर में ये जगहें थीं रेड की:
- ऑफिस
- किसान कॉलोनी टोंक फाटक स्थित घर
- सूर्य नगर तारों की कूट सांगानेर स्थित मकान
- निर्माण नगर श्याम नगर स्थित फ्लैट