
पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के विरोध में राजस्थानभर में शनिवार को डॉक्टरों की हड़ताल रही। इस हड़ताल के बीच जैसलमेर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल, जवाहर चिकित्सालय, में बीएसएफ के डॉक्टरों ने मोर्चा संभाल लिया। जिला प्रशासन ने चिकित्सा सेवाओं को सुचारू रखने के लिए बीएसएफ के डॉक्टरों की मदद ली, जिन्होंने आपातकालीन सेवाएं प्रदान कीं और मरीजों को राहत पहुंचाई।
बीएसएफ के डॉक्टर हेमंत जीनागर और उनकी टीम ने ओपीडी और आपातकालीन सेवाएं संभालीं, जिससे अस्पताल में इलाज के लिए आई लंबी कतारों में खड़े मरीजों को राहत मिली। अस्पताल में पुलिस सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है, ताकि किसी भी अव्यवस्था से बचा जा सके। बीएसएफ के डॉक्टरों ने सरहद की रक्षा के अपने जज्बे के साथ ही आमजन की सेवा का भी फर्ज निभाते हुए मरीजों का इलाज किया।