मंदिर के अध्यक्ष अमितासना दास ने बताया कि जन्माष्टमी की तैयारियां दो महीने पहले से ही शुरू हो गई थीं। यह उत्सव श्री श्री कृष्ण बलराम मंदिर का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण आयोजन है। इस खास मौके पर भगवान श्रीकृष्ण और बलराम सोने और चांदी की कढ़ाई वाली रेशमी पोशाक पहनेंगे, जिसे मथुरा के कारीगरों ने डेढ़ महीने में तैयार किया है।
उन्होंने बताया कि जन्माष्टमी पर रात 12 बजे भगवान का महाभिषेक होगा, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे। अभिषेक नारियल पानी, दिव्य जल, जड़ी-बूटियों, पंचामृत और पंचगव्यों से 108 कलशों के माध्यम से किया जाएगा। दिनभर मंदिर में हरे कृष्ण महामंत्र का जाप और कीर्तन होगा, जिसमें भक्त भगवान कृष्ण के प्रेम में नृत्य करेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इस बार भक्तों को सिर्फ 20 मिनट में दर्शन करने की व्यवस्था की गई है, जिसके लिए दो पंक्तियाँ लगाई जाएंगी। मंदिर में सुरक्षा के लिए 250 सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर युक्त द्वार लगाए जाएंगे, जिससे पूरी तरह सुरक्षा जांच के बाद ही श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। भक्तों की सुविधा के लिए पार्किंग के भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।