गोविंददेवजी मंदिर, जयपुर
जयपुर के गोविंददेवजी मंदिर में 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सुबह 4:30 से 6:45 बजे तक मंगला आरती होगी। भगवान को नए कपड़े पहनाए जाएंगे, जो विशेष रूप से दो महीने में तैयार किए गए हैं।
भगवान के विशेष श्रृंगार के बाद भक्तों के लिए दर्शन खोले जाएंगे। भक्त पूरे दिन में 7 झांकियों के दर्शन कर सकेंगे। जन्माष्टमी के दिन पासधारी और आमजन के लिए अलग-अलग प्रवेश व्यवस्था होगी। शाम 7 बजे के बाद पास से एंट्री बंद कर दी जाएगी।
रात 10 से 11 बजे तक कथावाचक गोविंद मिश्र जन्माष्टमी व्रत कथा का पाठ करेंगे। रात 12 बजे भगवान के जन्म के समय 31 तोपों की सलामी दी जाएगी और आतिशबाजी की जाएगी। इसी समय गोविंद अभिषेक दर्शन के लिए मंदिर के द्वार खोले जाएंगे। 6 पंडित वेद पाठ करेंगे और दूध, दही, और गाय के घी से अभिषेक करेंगे। अभिषेक के बाद भगवान को पंजीरी लड्डू, खिरसा, और रबड़ी कुल्हड़ का विशेष भोग अर्पण किया जाएगा।
दर्शन की विशेष व्यवस्था
जन्माष्टमी पर सुबह मंगला झांकी से ही दर्शन शुरू हो जाएंगे। पास धारकों, आम जनता (बिना जूते-चप्पल), और जूते-चप्पल वालों के लिए अलग-अलग लाइनों की व्यवस्था की गई है। जो भक्त जलेबी चौक से मंदिर में प्रवेश करेंगे, वे जय निवास बाग के पूर्वी गेट से बाहर निकलेंगे। ब्रह्मपुरी और कंवर नगर की ओर से आने वाले भक्त चिंताहरण हनुमानजी मंदिर से होते हुए जय निवास बाग के पश्चिम द्वार से बाहर निकलेंगे।
सुरक्षा और अन्य नियम
मंदिर में लैपटॉप और कैमरा ले जाने की अनुमति नहीं होगी। किसी भी प्रकार की चोरी की घटना रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने भक्तों से कीमती सामान न लाने की अपील की है। मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों के लिए 13 एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। सुरक्षा के लिए 8 से 10 मेटल डिटेक्टर भी लगाए जाएंगे, जिनसे होकर भक्त मंदिर में प्रवेश करेंगे। साथ ही, मंदिर परिसर में पुलिस प्रशासन द्वारा चिन्हित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।