क्या है पूरा मामला?
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर चार तस्करों तुषार गोयल, भरत कुमार जैन, औरंगजेब सिद्दीकी और हिमांशु कुमार को गिरफ्तार किया था। तुषार गोयल एक बड़े प्रकाशन व्यवसायी का बेटा है। पुलिस ने दिल्ली के महिपालपुर स्थित उसके गोदाम से 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम थाईलैंड का हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त किया था। बरामद ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 2000 से 5000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
कैसे हुआ पर्दाफाश?
स्पेशल सेल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रमोद कुशवाह ने बताया कि तीन महीने की जांच और मेहनत के बाद पुलिस टीम ने गिरोह का भंडाफोड़ किया। एसीपी कैलाश सिंह बिष्ट की देखरेख में इंस्पेक्टर राहुल कुमार और विनीत कुमार तेवतिया की टीम ने 1 अक्टूबर को दिल्ली के महिपालपुर में तुषार गोयल के गोदाम पर छापा मारा। पुलिस को यहां एक बड़ी ड्रग्स खेप मिलने की सूचना थी। टीम ने मौके से 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना बरामद किया और गोदाम मालिक तुषार गोयल को गिरफ्तार कर लिया।
गिरोह के सदस्य कौन हैं?
तुषार गोयल इस गिरोह का भारत में मुख्य रिसीवर और वितरक है। उसके साथ हिमांशु और औरंगजेब सिद्दीकी मुख्य सहयोगी हैं। भरत कुमार जैन, तुषार से 15 किलोग्राम कोकीन की खेप लेने के लिए मुंबई से दिल्ली आया था। अब तक की जांच में यह सामने आया है कि इस गिरोह का मुख्य सरगना मध्य-पूर्व के किसी देश से पूरे रैकेट को चला रहा है।
ड्रग्स की कीमत
बरामद कोकीन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये प्रति किलोग्राम और हाइड्रोपोनिक मारिजुआना की कीमत 50 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाने की कोशिश में जुटी है।