कलेक्टर ने कहा कि अगली गर्मी से पहले सिलीसेढ़ झील से पानी अलवर शहर तक पहुंचना चाहिए, नहीं तो कार्रवाई होगी। इसके साथ ही, सभी सरकारी दफ्तरों में 3 महीनों के भीतर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। शहर के बड़े मकानों और व्यावसायिक भवनों में भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की बात कही गई है ताकि जल संकट को कम किया जा सके।
जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को पेयजल आपूर्ति सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें पुराने बोरवेल को गहरा करना और नए बोरवेल की स्थापना शामिल है। इससे शहर में जल संकट को काफी हद तक कम करने की उम्मीद है।