इस योजना के लिए रेलवे मंत्रालय ने 71.21 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता दी है। इससे मारवाड़ जंक्शन से जोधपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों में इंजन रिवर्सल की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे ट्रेनों के संचालन का समय कम होगा।
बाईपास लाइन का लाभ
मारवाड़ जंक्शन पर बनने वाली 3.9 किलोमीटर की बाईपास लाइन न केवल लूनी-पालनपुर और अजमेर-पालनपुर रेलखंडों की क्षमता को बढ़ाएगी, बल्कि इन मार्गों पर ट्रेनों की गति भी तेज होगी।
आसान संचालन
इस बाईपास लाइन के बनने से मालगाड़ियों को सीधे बाईपास से चलाया जा सकेगा, जिससे मारवाड़ जंक्शन से अधिक यात्री ट्रेनों का संचालन संभव होगा।
ढांचागत विकास
रेलवे की तरफ से इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए नई रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी जा रही है। इससे भविष्य में अधिक ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।