कमेटी ने उदयपुर स्थित सीसीएफ कार्यालय में बैठक की थी, जहां टाइगर रिजर्व के कोर और बफर जोन पर चर्चा होनी थी। लेकिन दो डीएफओ के अनुपस्थित होने से बातचीत अधूरी रह गई। कमेटी ने पिछले दो दिनों में टाइगर रिजर्व के लिए प्रस्तावित क्षेत्र का दौरा किया था और अब अगली बैठक के बाद राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
इस टाइगर रिजर्व का विस्तार राजसमंद, उदयपुर, पाली, ब्यावर और सिरोही जिलों में प्रस्तावित है। बैठक में सेवानिवृत IFS टी.सी. वर्मा, राजपाल सिंह तंवर, अध्यक्ष सीएफओ एस.आर.वी मूर्ति और अन्य सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में यह तय किया गया कि 31 अक्टूबर तक राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
सांसद डॉ. रावत ने जताई चिंता
उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने भी बैठक में हिस्सा लिया और जनजातीय परिवारों के हितों की रक्षा के बारे में सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की रिपोर्ट सामुदायिक सहभागिता के आधार पर होनी चाहिए, ताकि पारंपरिक परिवारों के हितों को सुरक्षित रखा जा सके।