बिहार के आनंद कुमार की ‘सुपर 30’ कोचिंग की तर्ज पर, रतलाम के प्रोफेसर मनोज दोहरे भी गरीब और मेधावी छात्रों के लिए फ्री कोचिंग चलाकर उन्हें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचा रहे हैं। रसायन विज्ञान के इस शिक्षक ने 2017 में फ्री कोचिंग शुरू की, जिसमें पहले ही साल से छात्रों को बेहतरीन परिणाम मिलने लगे।
कोचिंग की शुरुआत और सफलता
शहर के शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में कार्यरत प्रो. दोहरे ने 26 जनवरी 2017 को फ्री कोचिंग शुरू की। पहले साल में 45 छात्रों ने हिस्सा लिया, जिनमें से 31 विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए। इसके बाद से अब तक कई छात्रों ने सीएसआईआर नेट, एमपी-सेट, गेट जैसी परीक्षाएं पास की हैं और कुछ छात्रों को ओएनजीसी जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी भी मिली है।
छात्रों की सफलता
प्रो. दोहरे की कोचिंग ने रतलाम के कई छात्रों को सफलता दिलाई। 2019 में उनके छात्र राहुल सोलंकी ने सीएसआईआर नेट और गेट में ऑल इंडिया रैंक 8वीं प्राप्त कर ओएनजीसी में नौकरी हासिल की। इसके अलावा, उनके कई अन्य छात्र जैसे शैलेंद्र सिंह, लोकेंद्र पाटीदार, और मीनाक्षी हरोड़ ने भी विभिन्न परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन किया है।
छात्रों की प्रेरणादायक कहानियां
राहुल सोलंकी और लोकेंद्र पाटीदार जैसे छात्र प्रो. दोहरे की कड़ी मेहनत और मार्गदर्शन से प्रेरित होकर कई प्रतियोगी परीक्षाएं पास कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि दोहरे सर की फ्री कोचिंग उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट बनी, जिससे उनकी जिंदगी बदल गई।
प्रोफेसर दोहरे का कहना है कि वह छात्रों को सिर्फ कोचिंग ही नहीं देते, बल्कि उनकी हर संभव मदद करते हैं ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें।