प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 में भाग लिया और इसे संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि हम यहां भारतीय सदी पर चर्चा करने आए हैं। जब दुनिया कई अनिश्चितताओं से गुजर रही है, तब भारत एक उम्मीद की किरण के रूप में उभर रहा है।
अनिश्चितताओं के बीच भारत आशा की किरण
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 4-5 सालों में दुनिया ने कई चुनौतियों का सामना किया है, जैसे कोरोना महामारी, आर्थिक संकट, महंगाई, बेरोजगारी और जलवायु परिवर्तन। इसके बावजूद भारत दुनिया के लिए एक उम्मीद बनकर उभरा है। जबकि पूरी दुनिया में चिंता का माहौल है, भारत आशा का संचार कर रहा है और ‘भारत की शताब्दी’ की ओर बढ़ रहा है।
भारत की विकास यात्रा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक विकासशील देश होते हुए भी तेजी से उभरती शक्ति बन रहा है। हम गरीबी की चुनौतियों को समझते हैं और इसके बावजूद प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। पिछले 125 दिनों में हमने गरीबों के लिए 3 करोड़ घर बनाए, 9 लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मंजूरी दी और 15 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है।
भारत की डिजिटल और तकनीकी ताकत
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पास डबल AI (Artificial Intelligence और Aspirational India) का फायदा है। इस ताकत से विकास की गति और तेज हो रही है। भारत ने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) के माध्यम से दुनिया को दिखाया है कि तकनीक का उपयोग समावेशन, पारदर्शिता और सशक्तिकरण के लिए किया जा सकता है, न कि नियंत्रण और विभाजन के लिए।
30 साल का विजन
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब सफलता केवल इस बात पर निर्भर नहीं है कि हमने क्या हासिल किया, बल्कि हमें भविष्य में क्या पाना है। भारत अब Forward Looking सोच के साथ 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर है।