यह बातें उन्होंने बुधवार को पाली जिले के फालना में आयोजित “राइजिंग राजस्थान – पाली जिला इनवेस्टर मीट” में कही। मंत्री ने कहा कि पाली जिले में उद्योगों के विकास के लिए अनुकूल वातावरण मौजूद है। उन्होंने गोपालन, गोबर और गोमूत्र से संबंधित उद्योगों के विकास पर भी जोर दिया।
जिला प्रभारी मंत्री और स्वायत्त शासन राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि बजट घोषणाओं को लागू करने का काम शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि बिजली, सड़क और रेल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए नियमों को सरल बनाया गया है ताकि निवेशक आसानी से अपने उद्योग स्थापित कर सकें।
इस अवसर पर पाली सांसद पीपी चौधरी ने प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार द्वारा राज्य के विकास के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी।
एमओयू और सम्मानित निवेशक
इस मीट में 4,055 करोड़ रुपए के 136 एमओयू हस्तांतरित किए गए और निवेशकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में औद्योगिक विकास के विभिन्न विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए। इसके अलावा, देवीसिंह राणावत को पुरोघा जंगल सफारी और खुमाराम सुथार कोलीवाड़ा आर्ट को सम्मानित किया गया।
निवेश के प्रमुख एमओयू
इस मीट में टेक्सटाइल, बायोफ्यूल, रियल एस्टेट और पर्यटन के विभिन्न क्षेत्र में कई एमओयू हस्तांतरित किए गए। इनमें 500 करोड़ रुपए का सूर्याज्योति कॉटेक्स प्राइवेट लिमिटेड, 400 करोड़ रुपए का आदर्श चौपड़ा इंडस्ट्रीज और 350 करोड़ रुपए का बायोफ्यूल थार बायोटैक्स शामिल हैं।
लघु फिल्मों का प्रदर्शन और प्रदर्शनी का अवलोकन
इस कार्यक्रम में पाली जिले के विकास से संबंधित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत और प्रभारी मंत्री झाबर सिंह ने प्रदर्शनी में विभिन्न स्टॉल का अवलोकन किया और औद्योगिक उत्पादों की सराहना की।
कार्यक्रम में पूर्व सांसद, पुलिस अधिकारी, और कई उद्योगपति भी मौजूद रहे।