कैसे हुआ हादसा आवां निवासी 23 वर्षीय चंद्रप्रकाश पाराशर की बड़ी मां का पांच दिन पहले निधन हो गया था। चंद्रप्रकाश अपनी मां, जीजा, बेटियों और एक ड्राइवर के साथ अस्थियां विसर्जित करने हरिद्वार जा रहे थे। बुधवार सुबह रुड़की के पास उनकी कार एक टेंपो से टकरा गई, जिसमें चंद्रप्रकाश की मौके पर ही मौत हो गई। उनकी मां मुन्नी देवी (70), चालक, जीजा, बहन और बच्चियां सभी घायल हो गए। ग्रामीणों को सूचना मिलने पर वे घायल और शव को देवली अस्पताल लेकर आए।
चंद्रप्रकाश का अंतिम संस्कार उसी दिन सुबह किया गया, लेकिन उसी दोपहर को देवली अस्पताल में भर्ती उसकी मां मुन्नी देवी ने भी दम तोड़ दिया। एक ही दिन में मां-बेटे का अंतिम संस्कार किया गया, जिससे गांव का माहौल और भी गमगीन हो गया। आवां सरपंच दिव्यांश एम भारद्वाज ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद देने की मांग की है।
पहले भी परिवार में हुआ था दुखद हादसा लगभग तीन साल पहले चंद्रप्रकाश के बड़े भाई गणेश की भी कैंसर से मौत हो गई थी, और कुछ दिन पहले उनकी बड़ी मम्मी का वृद्धावस्था में निधन हुआ था।