विवाद की शुरुआत
जिला जज एक केस में अगली तारीख दे रहे थे, जबकि सीनियर वकील चाहते थे कि केस की सुनवाई आज ही हो। वकील ने केस को किसी दूसरी अदालत में ट्रांसफर करने की बात कही, पर जज ने इसे मानने से इनकार कर दिया। इस पर बहस बढ़ गई और दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई। गुस्से में आकर वकील ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, जिससे जज ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस बुला ली।
पुलिस की लाठीचार्ज और वकीलों का प्रदर्शन
पुलिस ने कोर्ट रूम में हंगामा कर रहे वकीलों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें 8-10 वकील घायल हो गए। इसके बाद गुस्साए वकील कोर्ट के बाहर धरने पर बैठ गए और जज और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि वकीलों ने कचहरी परिसर की पुलिस चौकी में आग लगा दी।
शांति व्यवस्था के लिए सुरक्षा बढ़ाई गई
घटना के बाद कोर्ट परिसर में सुरक्षा बढ़ाई गई है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।