फिलहाल, मुंबई पुलिस कमिश्नर विवेक फणसालकर को राज्य के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। राज्य प्रशासन को 5 नवंबर तक तीन वरिष्ठ अधिकारियों के नाम चुनाव आयोग को भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
विपक्ष का आरोप है कि रश्मि शुक्ला सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के पक्ष में काम कर रही थीं, जिससे निष्पक्ष चुनाव पर सवाल खड़ा हुआ। शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने भी पिछले हफ्ते इस मुद्दे को उठाते हुए कहा था कि उनके हाथों में चुनाव की जिम्मेदारी नहीं होनी चाहिए। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ गठबंधन चुनावी माहौल में पुलिस तंत्र का गलत इस्तेमाल कर रहा है।
रश्मि शुक्ला को पहले भी कई विवादों का सामना करना पड़ा था। महाविकास अघाड़ी (एमवीए) शासन के दौरान उनके खिलाफ मुंबई और पुणे में तीन एफआईआर दर्ज हुई थीं, जिनमें से दो को बॉम्बे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया और एक मामले की जांच सीबीआई ने सबूतों के अभाव में बंद कर दी।