खतरनाक सड़कें: शहर के जबलपुर नाका से कटनी, कुंडलपुर, और बांदकपुर की बसें जटाशंकर मार्ग की ओर जाती हैं। इस मार्ग में करीब 3 किलोमीटर की दूरी में से 2 किलोमीटर का हिस्सा सबसे ज्यादा खतरनाक है, जहां 80 से ज्यादा गड्ढे हैं। सड़क संकरी होने के कारण बसें भी मुश्किल से चल रही हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जटाशंकर से कंकाली माता तिराहे तक की सड़क पूरी तरह खराब है। यहाँ 3-3 फीट गहरे गड्ढे हैं। बस चालक इन गड्ढों से बचने के लिए जुझार मार्ग पर बसें ले जाते हैं, जिससे अन्य वाहन चालकों को भी परेशानी होती है।
बसों का खतरा: सड़क पर गड्ढे इतने हैं कि बाइक चालकों को भी दिक्कत होती है। बसें जब इस मार्ग से निकलती हैं, तो लोगों को डर रहता है कि कहीं बसें उनके घर में न घुस जाएं। इस सड़क पर गड्ढों के कारण कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं।
अनदेखी की जा रही है: नगरपालिका ने 2003-04 में इस रिंग रोड का निर्माण किया था, लेकिन अब तक काम पूरा नहीं हुआ है। करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद यह सड़क बदहाल है, और इसकी देखरेख भी ठीक से नहीं की जा रही है। बायपास बनने के बाद से इस सड़क की अनदेखी बढ़ गई है, जिससे जटाशंकर से कंकाली माता तिराहे तक का मार्ग हमेशा खराब रहता है।