मामले का संक्षिप्त विवरण
ग्वालियर हाई कोर्ट के जस्टिस आनंद पाठक ने इस अनोखे मामले की सुनवाई की। नाबालिग ने माता-पिता पर गंभीर आरोप लगाए थे और घर छोड़ दिया था। वह बालिका गृह नेहरू नगर, भोपाल में रहना चाहती है और वहां से पढ़ाई करके अपने भविष्य को संवारने की इच्छा रखती है।
मामले के महत्वपूर्ण बिंदु
- नाबालिग की दादी ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि बालिका गृह में नाबालिग को जबरदस्ती रखा जा रहा है।
- कोर्ट ने नाबालिग की इच्छा को ध्यान में रखते हुए उसके पढ़ाई और सुरक्षित भविष्य के लिए निर्णय लिया।
- कोर्ट के आदेश पर नाबालिग ने माता-पिता के साथ जाने के बजाय बालिका गृह में ही रहने का फैसला किया।
हाई कोर्ट की यह पहल नाबालिगों के भविष्य को संवारने और उन्हें समाज से जोड़ने का एक सराहनीय प्रयास है।