बालोद जिले में ठंड बढ़ने से लोग अपनी दिनचर्या में बदलाव करने लगे हैं। रात में ठंडी हवाओं के कारण सड़कें जल्दी सूनी हो जाती हैं, और कई लोग आग जलाकर अलाव तापते दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही गर्म कपड़ों की दुकानें भी सजने लगी हैं। बुधवार को जिले का अधिकतम तापमान 31°C और न्यूनतम तापमान 19°C दर्ज किया गया।
रायपुर में भी बुधवार को न्यूनतम तापमान 20.2°C रहा, जबकि अंबिकापुर में पारा तेजी से गिरा और रात का तापमान 14.4°C दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट हो सकती है, जिसके कारण ठंड में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है।
दिवाली के बाद से छत्तीसगढ़ में हल्की ठंड का एहसास होने लगा है। राज्य के कई जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे सुबह और रात के समय सर्दी महसूस हो रही है। IMD के अनुसार, अगले एक हफ्ते में पूरे राज्य में तापमान में और गिरावट हो सकती है। सरगुजा जिले में सबसे कम तापमान 14.4°C दर्ज किया गया।
मौसम विशेषज्ञ गायत्री वाणी कांचीभोतला के अनुसार, एक हफ्ते बाद ठंड में और बढ़ोतरी हो सकती है। उत्तर छत्तीसगढ़ में तापमान में गिरावट आ रही है, लेकिन मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ में ठंड ने अभी तक दस्तक नहीं दी है।
प्रदेश में निम्नलिखित जिलों में कम तापमान दर्ज किया गया:
- सरगुजा: 14.4°C
- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: 15.6°C
- सूरजपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज, कोरिया: 15.9°C
ठंड के बढ़ने से स्वास्थ्य पर भी असर दिखने लगा है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ रही है और दिन छोटे होने के कारण सूर्योदय देर और सूर्यास्त जल्दी हो रहा है। रात में तेज सर्दी का अहसास हो रहा है।