गऊघाट। हाड़ौती की प्रमुख परवन पेयजल योजना के टेंडर तीसरी बार निरस्त हो गए हैं। इसके कारण जिले के लोगों को पेयजल की समस्या के समाधान के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। इस योजना के तहत 1402 गांवों और 276 ढाणियों में पानी की सप्लाई की जानी है।
हाल ही में मुख्यालय की ओर से ठेकेदार फर्मों को अयोग्य घोषित किया गया था, जिसके बाद मामला कोर्ट और सचिवालय में गया था। अब विभाग ने टेंडर प्रक्रिया को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है।
अब फिर से होगा टेंडर
इस परियोजना में कुल 2173 करोड़ रुपये का काम पांच अलग-अलग पैकेज में होना है। पहले तीन पैकेजों के लिए टेंडर जारी किए गए थे, जिनमें 492 करोड़, 504 करोड़ और 555 करोड़ रुपये के कार्य शामिल थे। अब इन तीन पैकेजों के टेंडर फिर से किए जाएंगे। इसके बाद वर्कऑर्डर जारी किया जाएगा, जिसके बाद कार्य शुरू होने की संभावना है।
किसे मिलेगा फायदा?
परवान पेयजल योजना से बारां जिले के करीब 9 लाख 31 हजार लोगों को फायदा मिलेगा। इसमें 6300 किमी लाइन बिछाई जानी है और 184 टंकियां और 26 पंप हाउस बनेंगे। यह योजना बारां की विभिन्न तहसीलों के 907 गांवों में लागू होगी।
अब नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी, और डीपीआर में कुछ बदलाव किए गए हैं। जल्द ही निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी।