बिहार के पटना में छठ पूजा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 100 से अधिक घाटों पर श्रद्धालु भगवान सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई नेताओं ने भी इस महापर्व में हिस्सा लिया।
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छठ पूजा का पर्व बिहार और पूर्वांचल के लोगों के लिए आस्था का प्रतीक है। इस दिन लाखों श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। पटना में 102 गंगा घाटों, 63 तालाबों और 45 पार्कों पर छठ पूजा हो रही है। सभी घाटों पर जल, दूध डालकर सूर्य की अंतिम किरण को अर्घ्य दिया गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और अन्य नेता भी इस अवसर पर छठ पूजा में शामिल हुए और भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। पटना के विभिन्न इलाकों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ था, और घाटों पर छठी मैय्या के जयकारे गूंज रहे थे।
प्रशासन की तैयारियां
पटना के छठ घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था और अन्य सुविधाओं के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। घाटों पर महिला व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम, शौचालय, पानी, मेडिकल कैंप, भीड़ नियंत्रण के लिए माइक और निगरानी के लिए वाच टावर लगाए गए हैं।
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी संदिग्ध वस्तु के बारे में तुरंत सूचना दें।
छठ पूजा का महत्व
ज्योतिष विशेषज्ञ पंडित अरुण कुमार मिश्रा के अनुसार, छठ पूजा सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा का पर्व है। यह लोक आस्था का पर्व है, जो यह बताता है कि जहां अंत होता है, वहीं से एक नया आरंभ भी होता है।
सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था
पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि सभी घाटों पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और किसी भी समस्या के लिए पुलिस से संपर्क करें।