महेश्वर ने थ्रेसर मशीन से धान मिसाई कर रहे लोगों से कहा था, “मैं तुम्हें दिखाता हूं, कैसे धान मिसाई की जाती है।” इसके बाद वह ट्रैक्टर ट्रॉली पर चढ़ गया और धान को थ्रेसर में डालते ही उसका संतुलन बिगड़ गया, और वह थ्रेसर मशीन के अंदर समा गया।
मशीन में आते ही उसका शरीर पूरी तरह से पिस गया। जब तक लोग मशीन बंद कर पाते, मृतक का शरीर पूरी तरह क्षत-विक्षत हो चुका था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद शव को थ्रेसर मशीन से बाहर निकाला।
यह थ्रेसर ग्राम पंचायत तेलाईधार के पूर्व सरपंच नरेश कुजूर की बताई जा रही है, जिसे किसान मुकेश ने धान मिसाई के लिए किराए पर लिया था।