राजस्थान सरकार ने राइजिंग राजस्थान समिट को देखते हुए पेट्रोलियम खोज के क्षेत्र में काम को और तेज करने के निर्देश दिए हैं। जल्द ही रिफाइनरी शुरू होने वाली है, जिससे अधिक मात्रा में क्रूड ऑयल की आवश्यकता होगी।
फिलहाल, चालू वित्तीय वर्ष के पहले पांच महीनों में पिछले वर्ष की तुलना में क्रूड ऑयल उत्पादन में थोड़ी कमी आई है। वर्तमान में बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर जिलों में उत्पादन हो रहा है, और अब जोधपुर और जालौर के कुछ क्षेत्रों में भी तेल-गैस के भंडार मौजूद हैं।
उपलब्ध भंडार
- क्रूड ऑयल – 136 मिलियन बैरल
- नेचुरल गैस – 11,657 एमएमएससीएम (मिलियन मैट्रिक स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर)
प्रतिदिन का उत्पादन
- क्रूड ऑयल – 70,000 से 78,000 बैरल
- नेचुरल गैस – 3.3 से 3.4 एमएमएससीएम
उत्पादन बढ़ाने की योजना
सरकार ने हाल ही में समीक्षा बैठक में नए क्षेत्रों में ऑयल-गैस का उत्पादन बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इस साल का राजस्व लक्ष्य पिछले साल के 3,500 करोड़ से बढ़ाकर 4,000 करोड़ रुपए रखा गया है। चालू वर्ष के पांच माह में 1,271 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है, जो पिछले वर्ष के इन्हीं महीनों में 1,438 करोड़ था। अधिकारियों का कहना है कि उत्पादन को जल्द ही बढ़ाया जाएगा।