राज्यमंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने भूमि पूजन के दौरान कहा कि ये होम स्टे उन लोगों के लिए बनाए जा रहे हैं जो गांव की संस्कृति और जीवनशैली का अनुभव लेना चाहते हैं। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और गांव की संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।
राज्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस योजना के तहत, पर्यटकों को गांव में चूल्हे पर बनी रोटियां खाने, भजन मंडली में बैठने और बैलगाड़ी की सैर करने का मौका मिलेगा। इस प्रकार, पर्यटक यहां की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को करीब से देख पाएंगे। सरकार का उद्देश्य पूरे प्रदेश में एक हजार होम स्टे बनाना है, जिसमें से 150 से ज्यादा होम स्टे पहले ही बनकर चालू हो चुके हैं।