किसान संघ का कहना है कि किसान सुबह से लेकर शाम तक खाद के लिए संघर्ष करते हैं, फिर भी उन्हें पर्याप्त खाद नहीं मिल पाती। मजबूरन, किसानों को 250 रुपये महंगे दामों पर खाद खरीदनी पड़ रही है। सितंबर में कलेक्टर के साथ बैठक के दौरान किसानों की समस्याओं पर चर्चा की गई थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
किसान संघ ने यह भी मांग की है कि खाद गोदामों में पर्याप्त खाद की व्यवस्था की जाए और सभी सरकारी तथा निजी दुकानों पर खाद के रेट सूची चस्पा की जाए। ताकि किसानों को उचित दाम पर खाद मिल सके और काला बाजारी करने वालों पर रासुका की कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि खाद का वितरण सुबह 9 बजे से शुरू किया जाए और महंगे दामों पर खाद बेचने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। इस ज्ञापन में किसान संघ के कई प्रमुख सदस्य शामिल थे।