इस मैराथन में सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों के 6वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र भाग ले सकते हैं। छात्र अपनी टीम बनाकर सामाजिक समस्याओं पर आधारित नवाचारी प्रोजेक्ट्स 30 नवंबर तक पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं। हर स्कूल से पाँच टीमों का गठन किया जाएगा, और हर टीम अपने लॉगिन आईडी और पासवर्ड के जरिए प्रोजेक्ट को अपलोड कर सकेगी।
शिक्षकों की भूमिका
मार्गदर्शक शिक्षक पंजीकरण कर, विशेष कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों की टीम बनाएंगे। टीम के सदस्य कोर्स के अंतर्गत 24 वीडियो और 5 क्विज़ को पूरा करेंगे और अपने प्रोजेक्ट से संबंधित फोटो और वीडियो सबमिट कर सकेंगे। सभी टीम सदस्यों और मार्गदर्शक शिक्षकों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
श्रेष्ठ 500 टीमों का चयन
राष्ट्रीय युवा दिवस पर, 12 जनवरी को श्रेष्ठ 500 टीमों का चयन किया जाएगा। चयनित टीमों को प्रोजेक्ट बनाने के लिए मार्च तक वित्तीय सहायता दी जाएगी, और 29 जुलाई को ये टीमें अपने प्रोजेक्ट का प्रदर्शन करेंगी।
आवेदन कैसे करें
इच्छुक छात्र और स्कूल इनोवेशन मैराथन की वेबसाइट पर जाकर लॉगिन करें, आईडी बनाएं और प्रोजेक्ट की संपूर्ण जानकारी अपलोड करें। यह कार्यक्रम छात्रों के विचारों को साकार करने और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने का अवसर देगा।
पुरस्कार और आर्थिक सहायता
जिला शिक्षा अधिकारी योगेश पारीक के अनुसार, इस प्रतियोगिता में सबसे अच्छे और यूनिक प्रोजेक्ट्स को पुरस्कार दिया जाएगा। इसका उद्देश्य छात्रों को उनके विचारों और नवाचारों को उत्पाद, तकनीकी या स्टार्टअप में बदलने के लिए प्रोत्साहित करना और आर्थिक सहायता प्रदान करना है।